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दिल्ली में नेताजी के घर बैमोसमी पार्टी, पार्टी में चुनाव जिताने वाले क्षेत्र की उपस्थिति शून्य, चुनिंदा नौकरशाह, मीडिया समेत क्षेत्र विशेष का ही जमावड़ा, पार्टी के तत्काल बाद से शुरू हुई अस्थिरता फैलाने वाली अफवाहें
जिस समय उत्तराखंड की जनता सरकार के सफल तीन साल के कार्यकाल के पूरा होने की जश्न में डूबी हुई थी, ठीक उसी समय 23 मार्च को दिल्ली में नेताजी के सरकारी आवास पर एक बैमोसमी पार्टी का आयोजन हुआ। इस बे-मौसमी पार्टी में एक क्षेत्र विशेष के ही लोगों का जमावड़ा रहा। गजब ये रहा कि जिस क्षेत्र की जनता ने नेताजी को चुनाव जिताया, वहां के संभ्रात लोगों की नुमाइंदगी शून्य रही। इस पार्टी में उत्तराखंड से चुनिंदा नौकरशाह, अफसर, मीडिया समेत क्षेत्र विशेष के लोग ही मौजूद रहे। इसी पार्टी के बाद से ही राज्य में अस्थिरता फैलाने वाली अफवाहों को बढ़ावा देने का खेल शुरू हुआ। इससे ये पार्टी षडयंत्र के एक बड़े केंद्र के रूप में स्थापित होती नजर आ रही है।
इस पार्टी के आयोजन की टाइम लाइन भी विवादों में आ गई है। न नववर्ष, न होली, न दीवाली, न हरेला और ही नेताजी का जन्मदिन। इसके बावजूद सामूहिक भोज का आयोजन। पौड़ी, श्रीनगर से लेकर यमकेश्वर, कोटद्वार तक के क्षेत्र विशेष के लोगों की चुनिंदा निमंत्रण पत्र और इन निमंत्रण पत्रों में भी नेताजी के निर्वाचन क्षेत्र की उपेक्षा भी चर्चा का विषय बनी हुई है। सामूहिक भोज में नेताजी के साथ ही हमेशा कुर्सी पकड़ खेल में लगे रहने वाले दूसरे नेताजी की मौजूदगी को राज्य की राजनीति में एक बड़े बदलाव की शुरुआत के रूप में प्रचारित किया गया। दोनों नेताओं के शार्गिदों ने हमेशा की तरह इस सामूहिक भोज को एक बड़े युद्ध के बिगुल बजने के रूप में प्रचारित किया। युद्ध शुरू होने से पहले नतीजे तक घोषित कर राजतिलक की तैयारियों तक का ऐलान कर दिया गया।
दोबारा पॉवर जोन में आने का सपना देखने वाले नौकरशाह दंपत्ति भी दौड़े दौड़े देहरादून से दिल्ली पहुंचे। हालांकि फोटो फ्रेम में आने से इस नौकरशाह दंपत्ति ने परहेज किया। इस पार्टी के बाद अस्थिरता का माहौल पैदा कर राज्य को कमजोर करने वाली शक्तियां तेजी से सक्रिय होती चली गईं। दिल्ली पार्टी में सेट हुए एजेंडे को तेजी से उत्तराखंड के माहौल में विष फैलाने के रूप में बढ़ाया गया। इन तमाम साजिशों को केंद्रीय आलाकमान भी बहुत गंभीरता से ले रहा है और जल्द एकबार फिर उत्तराखंड की स्थिरता के इन दुश्मनों को एक बड़ा सबक सिखाने की भी तैयारी कर ली गई है।

By amit