*अपने आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य के लिए ‘एक व्यकि-एक वृक्ष’ अवश्य लगाएं: त्रिवेन्द्र*
*वृक्ष लगाने से ज्यादा महत्वपूर्ण है उसकी देखभाल: त्रिवेन्द्र*
पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत की दूरदर्शी सोच ही थी कि चार वर्ष पहले मिशन रिस्पना से ऋषिपर्णा के तहत जनसहयोग से व्यापक वृक्षारोपण किया गया था और जिसके परिणाम आज वहां दिखने लगे हैं। वहां की हरियाली आंखों को सुकून देती है। वर्ष 2018 में रिकॉर्ड 1 लाख 67 हजार पौधे रोपे गए थे। स्वयं उनके और उनकी टीम द्वारा समय-समय पर कैरवान गांव में रोपे गए पौधों का निरीक्षण किया जाता है। वर्तमान में अधिकतर पौधे अब बढ़कर वृक्ष बनते जा रहे हैं। और कई फलदार वृक्षों पर फल भी लगने लगे हैं। पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाने का पूर्व सीएम का संकल्प जनसहयोग से सिद्धि की ओर बढ़ रहा है। हर विश्व पर्यावरण दिवस पर त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर्यावरण की बेहतरी के लिए स्वयं से आगे आकर प्रयास करते रहे हैं और यह सिलसिला जारी है। इस विश्व पर्यावरण दिवस यानी 05 जून को भी कुछ ऐसा देखने को मिलेगा। कैरवान गांव में 05 जून को प्रातः 10:30 बजे से एक गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है जिसका विषय पृथ्वी पर बढ़ता तापमान एक चुनौती को बताया गया है। पूर्व सीएम वृक्षारोपण कर सब को यही संदेश देना चाहते हैं कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मेहनत और धैर्य की आवश्यकता है। उन्होंने कहा है कि वृक्ष लगाने से ज्यादा महत्वपूर्ण उनकी देखरेख है। उन्होंने सब से आह्वान किया है कि अपने आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य के लिए ‘एक व्यकि-एक वृक्ष’ अवश्य लगाएं तथा बड़े होने तक उसकी देखभाल भी अवश्य करें।