देहरादून। राज्य में मास्टर प्लान में भू उपयोग परिवर्तन में गड़बड़ी की गंभीर शिकायतों पर पद से हटाकर शासन में संबद्ध किए गए चीफ टाउन प्लानर शशि मोहन की जांच के लिए शासन से तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है।
यह समिति सचिव आवास आर मीनाक्षी सुंदरम को अपनी रिपोर्ट देगी। दरअसल, चीफ टाउन प्लानर श्रीवास्तव को पिछले दिनों गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पद से हटा दिया गया था। उन्हें शासन में संबद्ध कर दिया गया था। छुट्टी के दिन दफ्तर खुलवाकर यह आदेश जारी हुआ
तीन सदस्यीय समिति करेगी जांच, मास्टर प्लान में भू- उपयोग पर लगे हैं आरोप
था। अब इस मामले में सचिव आवास आर मीनाक्षी सुंदरम ने तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है।
यह समिति सभी आरोपों की जांच करके रिपोर्ट देगी। समिति में अपर सचिव अतर सिंह, एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी और सेवानिवृत्त मुख्य नगर नियोजक रामगोपाल सिंह को शामिल किया गया है। यह समिति शशि मोहन श्रीवास्तव के कार्यकाल के दौरान तैयार किए गए सभी ड्राफ्ट मास्टर प्लान और शिकायतों के बिंदुओं पर जांच करेगी।
तत्कालीन चीफ टाउन प्लानर शशि मोहन श्रीवास्तव पर शिकायतकर्ता ने काशीपुर, रुद्रपुर और हल्द्वानी समेत दूसरी जगह पर विकास क्षेत्र में लोगों से संपर्क कर मास्टर प्लान में उनके सुविधा अनुसार भू-उपयोग दर्शाने का आरोप लगा था। शिकायत के मामले में जांच के बाद कुछ और लोग भी शिकंजे में आ सकते हैं। शिकायत पर गंभीर तथ्य सामने आए तो हटाए गए अधिकारी को निलंबित करने की कार्रवाई भी हो सकती है।
फिलहाल प्रभारी चीफ टाउन प्लानर के तौर पर शालू चिंड काम देख रहे हैं, जिन्हें संबंधित जांच में सहयोग करने के निर्देश देते हुए सभी दस्तावेज जांच समिति को उपलब्ध कराने के आदेश हुए हैं।