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एक लाख से अधिक युवाओं ने पूरे विश्वास के साथ दी परीक्षा, सीएम धामी बोले भ्रम फैलाने वालों पर भी नकलरोधी कानून के तहत होगी कार्रवाई

देहरादून। छात्र आंदोलन को अराजक बनाने वाले पत्थरबाजों को उत्तराखंड के एक लाख से अधिक युवाओं ने करारा जवाब दिया। सफल पटवारी भर्ती परीक्षा से सरकार ने युवाओं का विश्वास जीत साफ कर दिया है कि अब उत्तराखंड में भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। भर्ती परीक्षा की इसी सफलता से परेशान होने वालों ने रविवार शाम से ही भ्रम फैलाना शुरू कर दिया। इस पर सीएम पुष्कर ने साफ किया कि भ्रम फैलाने वालों पर भी नकलरोधी कानून के तहत सख्त कार्रवाई होगी।
राज्य में नकल माफियाओं की एक जमात पिछले कई दिनों से युवाओं में भ्रम फैलाए हुए है। सरकार के सख्त नकलरोधी कानून आने के बाद नकल माफिया पशोपेश में हैं। ऐसे में वो हर वो हथकंडा अपना रहे हैं, जिससे राज्य में भर्ती परीक्षा संपन्न ही न हो सके। इन्हीं षडयंत्रकारियों ने छात्रों को बरगा कर सड़कों पर उतार दिया। उनके शांतिपूर्ण आंदोलन में अराजक तत्वों को शामिल करवा कर पत्थरबाजी कर उन्हें बदनाम किया। पूरी ताकत लगा दी कि सरकार पटवारी भर्ती परीक्षा को निरस्त करे। ऐसा न होने पर शनिवार शाम से अफवाह फैलाई गई कि पटवारी के पद घटा दिए गए हैं।
परीक्षा सेंटरों के बाहर दंगा हो सकता है। ऐसा भ्रम फैला कर कोशिश की गई कि बच्चे पेपर देने ही न आएं। इसके बावजूद बच्चे बड़ी संख्या में पेपर देने पहुंचे। एक लाख से अधिक बच्चों ने पेपर देकर षडयंत्रकारियों को करारा जवाब दिया। सीएम पुष्कर धामी ने भी साफ किया कि युवाओं के हितों से किसी भी तरह का खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं होगा। जो भी परीक्षा को लेकर भ्रम, अफवाह फैलाता हुआ नजर आएगा, तो उसके खिलाफ भी सख्त नकलरोधी कानून के तहत कार्रवाई होगी।

By amit

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