Dehradoon. मसूरी रोड पर mdda की हद दर्जे की लापरवाही का नतीजा देखना हो तो सीधे मैग्गी पॉइंट चले आये। यहां भवन निर्माण के सारे नियम कायदों को ताक पर रख दिया गया है। हद तो ये इनकी निगरानी का जिम्मा संभालने वाले प्राधिकरण को इससे सरोकार नहीं। इस हद दर्जे की लापरवाही के लिए सीधे तौर पर mdda का मसूरी सेक्टर कार्यालय जिम्मेदार है। यहां तक कि इन अवैध निर्माण के पास से बिजली की लाइन भी गुजर रही है।
जब आप मसूरी जाते हैं तो कुठाल गेट से आगे चढ़ाई चढ़ते हुए ऐसे 50 से ज्यादा टिन नुमा स्ट्रक्चर दिखाई दे जाएंगे जिनका नक्शा तो खैर पास होने का कोई मतलब ही नहीं है बल्कि इन्हें खोखले पाइप के स्ट्रक्चर पर कई मीटर नीचे खाई से ऊपर सड़क के लेवल तक लाया गया है। यहां किसी स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की बात करना तो बहुत दूर की बात है उल्टा कुछ लुहार ही यहां पर इंजीनियर बने हुए हैं जिनकी बातों पर भरोसा करकर दुकानदारों ने अवैध निर्माण खड़े कर दिए हैं।
हद तो ये की दिन रात यहां से mdda के अफसर कर्मचारी रोजाना यहां से आना जाना करते हैं। लेकिन इनका जमीर जागता हुआ नही दिखता। जमीर जागेगा भी कैसे जब हर दुकानदार से अवैध निर्माण करवाते समय अच्छी खासी सेटिंग हुई हो। इस प्रकरण में सवाल mdda के वीसी बृजेश संत से लेकर सचिव मोहन सिंह बर्निया से भी है कि वे आखिर अपने मातहतों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते।