देहरादून। धर्मपुर स्थित चारधाम अस्पताल के निदेशक डॉ केपी जोशी जी की ओर से दो दिवसीय उत्तराखंड लोक विरासत का आगाज आज से शरू हुआ है। आज शनिवार को मेयर सुनील उनियाल गामा और उनकी धर्म पत्नी शोभा उनियाल जी ने कार्यकम का उद्घाटन किया। साथ ही मेयर गामा ने राज्य के दूरस्थ गांवों के हस्तशिल्पियों के द्वारा निर्मित हस्त शिल्प एवं पहाड़ी उत्पाद प्रदशर्नी का भी शुभारंभ किया।
इस दौरान मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि ये कार्यक्रम उत्तराखंड की लोक संस्कृति को बढ़ाने को लेकर है। ऐसे कार्यकम होते रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से युवा पीढ़ी को भी राज्य की लोक संस्कृति की जानकारी मिलेगी।
इस दौरान गढ़वाल के पांडव नृत्य, ढोल, दमाऊ, भंकोर वादन की प्रस्तूति हुई। इसके अलावा कुमाऊँ की पारंपरिक न्यौली, भगनोल का प्रस्तूरीकरण हुआ। वहीं कुमाऊँ का छलिया, छपेली की प्रस्तूति ने मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। साथ ही गढ़वाल के बद्रीनाथ के जगत और खुदेड़ गीत ने लोगों की तालियां बटोरी। वहीं शाम को गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जी, पदम् श्री प्रीतम भरतवाण जी, अनीसा रांगड़, पूनम सती, सौरव मैठाणी, मीणा राणा, पदम श्री बसन्ती बिष्ट ने अपने लोक गीतों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। रविवार को भी कार्यकम जारी रहेगा। जिसमें उत्तराखंड के लोक कलाकार और गायकार अपनी प्रस्तूति देंगे।
इस दौरान धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा, उधोग विभाग के निदेशक सुधीर नौटियाल, डॉ विपुल कंडवाल, पूर्व आईएएस चंद्र सिंह, प्राचार्य डाइट विनोद सिमल्टी, निदेशक एससीईआरटी राय सिंह रावत, उत्तरांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल, डॉ सौरव मिश्रा,डॉ ऋषि शुक्ला, डॉ अजय गैरोला, डॉ आरती धौंडियाल, मोहन खत्री, माधव जोशी आदि मौजूद रहे।