देहरादून। विधानसभा नियुक्तियों के मामले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी की कार्रवाई पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने गंभीर सवाल उठाए। कहा कि गरीबों को नौकरी से निकाल स्पीकर ने असरदार लोगों को बचा लिया है। ये अधूरा और भेदभाव भरा फैसला है। प्रदेश का कोई भी पढ़ा लिखा व्यक्ति इस जांच से संतुष्ट नहीं होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष बोले की अभी तक विधानसभा भर्तियों को लेकर गठित डीके कोटिया जांच समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है। क्यों इस जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। इससे मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। जांच रिपोर्ट अभी तक क्यों सार्वजनिक नहीं की जा रही है।
कहा कि कांग्रेस की लड़ाई किसी की नौकरी खाने के लिए नहीं थी। नौकरी विशेषाधिकार के तहत लगाई गई थी, कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती थी। हमारा विरोध किसी की नौकरी खाने के लिए नहीं हुआ था। गरीबों की नौकरी खाकर रसूखदारों को बचा लिया गया है। कहा कि स्पीकर असरदार लोगों को लगातार बचाने का प्रयास कर रही हैं। कहा कि बाकि लोग भी गोविंद सिंह कुंजवाल की तरह माफी मांगने का साहस दिखाते। अन्य किसी ने माफी मांगने का साहस नहीं दिखाया। कहा कि विधानसभा के मामले में अधूरा फैसला हुआ है। इसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी।