*राज्य में शोक की लहर, माहरा के आवास पर मना जश्न*
*प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने पार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा*
*गृह जनपद में भीषण सड़क हादसे के दूसरे ही दिन अपने सरकारी आवास पर आयोजित की डिनर पार्टी*
*आगंतुकों ने देर रात तक समारोह में उठाया गीत संगीत और लजीज व्यंजनों का लुत्फ*
*दूसरी ओर, संवेदनशील मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए राज्य स्थापना दिवस समारोह को सादगी से मनाने के निर्देश*
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के आवास पर मंगलवार की रात को हुई डिनर पार्टी सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। अल्मोड़ा के पास बीते सोमवार को हुई भीषण बस दुर्घटना के दूसरे ही दिन माहरा के आवास पर आयोजित हुए इस जलसे को लेकर सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष समाज के विभिन्न वर्गों के निशाने पर हैं। आश्चर्य की बात है कि यह हृद्य विदारक हादसा माहरा के गृह जनपद अल्मोड़ा में हुआ फिर भी माहरा ने अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलने के बजाए देहरादून स्थित अपने सरकारी आवास पर डिनर पार्टी आयोजित करने को प्राथमिकता दी। करण माहरा के इस संवेदनहीन रवैये से खुद कांग्रेस के नेता सकते में हैं। जबकि दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस के सभी कार्यक्रम सादगी के साथ आयोजित करने के आदेश दिए हैं। बुधवार को भी सीएम धामी ने दिल्ली में उत्तराखण्ड सदन के नए भवन का उद्घाटन बेहद सादे समारोह में किया।
मंगलवार की रात्रि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के यमुना कालोनी देहरादून स्थित सरकारी आवास में एक भव्य गेट टुगेदर आयोजित किया गया, जिसमें राजधानी के पत्रकारों के साथ ही बड़ी संख्या में अन्य लोगों को आमंत्रित किया गया था। पार्टी में गीत संगीत के साथ ही शराब और तमाम लजीज व्यंजनों (वेज और नॉन वेज) का इंतजाम किया गया था। काबिलेगौर है कि इस डिनर पार्टी का आयोजन उस वक्त किया जब समूचा प्रदेश शोक की लहर में डूबा हुआ है। क्योंकि ठीक एक दिन पहले अल्मोड़ा जिले के मार्चुला के पास भीषण बस दुर्घटना में 36 व्यक्तियों की म़त्यु तथा 26 घायल हो गए थे। माहरा का अपने आवास पर इस तरह पार्टी का आयोजन करना सभी लोगों को अखर रहा है। ताज्जुब की बात है कि सोमवार को हुई इस बस दुर्घटना के घायल कुछ व्यक्ति रामनगर, हल्द्वानी के अस्पतालों के साथ ही एम्स ऋषिकेश में भर्ती हैं लेकिन माहरा उनका हाल जानने नहीं गए। दूसरी ओर, सोमवार के दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली के महत्वपूर्ण दौरे पर थे, घटना की सूचना मिलते ही वह अपना दौरा बीच में छोड़कर रामनगर चले आए। उन्होंने घायलों और उनके परिजनों से मिलकर उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार संकट की इस खड़ी में मजबूती से उनके साथ खड़ी है।
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