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उत्त्तराखण्ड चुनाव::: दो दोस्त भी हारे चुनाव! पहली बार सीएम और मंत्री की कुर्सी तक पहुँचे थे दोनों

Dehradoon. ये बात दीगर है कि पुष्कर सिंह धामी और स्वामी यतीश्वरानंद अच्छे दोस्त भी हैं। करीब 8 माह पहले जब भाजपा ने सूबे में तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाया तो यहीं से यम दोस्तों की किस्मत भी बदली। एक जहां मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुँचा तो दूसरा दोस्त भी कैबिनेट मंत्री बना।

जी हां हम बात कर रहे हैं पुष्कर सिंह धामी और हरिद्वार ग्रामीण से विधायक रहे स्वामी यतीश्वरानंद की। अब संयोग देखिये की कहाँ तो ये दोनों दोस्त पहली बार एक ही सरकार में मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री बने और कहां 2022 की विधानसभा जंग में दोनों ही चुनाव हार चुके हैं। धामी जहां खटीमा से चुनाव हारे तो यतीश्वरानंद को हरीश रावत की बेटी अनुपमा ने हरा दिया।

बहरहाल, इन दोनों की दोस्ती का एक किस्सा तब भी उजागर हुआ था जब धामी सीएम पद पर नए नए ही बैठे थे। खनंबके इस मामले को लेकर दोनों की दोस्ती के खूब चर्चे हुए थे।

By amit