पतंजलि विश्वविद्यालय में चार धाम यात्रा से संबधित तेल ऊर्जा चक्रम कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम एसडीसी फाउंडेशन, एफडीए उत्तराखंड और आईआईपी के सहयोग से आयोजित हुआ सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके उपरांत डॉ अंजन रे ने स्वागत भाषण में रुको- एक पहल एवं चार धाम यात्रा के दौरान अपशिष्ट तेल से बनाये जाने वाले बायोडीजल के डेमो के बारे में जानकारी दी ।श्री अनूप नौटियाल जी द्वारा अपशिष्ट तेल की सप्लाई चेन और उनके प्रबंधन के बारे में बताया गया । श्री गणेश कंडवाल जी डिप्टी कमिश्नर एफडीए द्वारा अपशिष्ट तेल के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव एवं खाद्य श्रृंखला में इसके पुनः उपयोग को रोकने के बारे में एफडीए के प्रयासो को सांझा किया।
डॉ नीरज आत्रेय ने सामान्य तापमान पर बायोडीजल के प्रक्रम के बारे में जानकारी दी एवं आईआईपी द्वारा इसका डेमो भी दिखाया गया।अंत में प्रो वीसी महावीर जी द्वारा सभी अतिथियों को धन्यवाद किया गया तथा पतंजलि में इस तकनीक के प्रयोग का आश्वासन दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति त्रिवेदी वरिष्ठ वैज्ञानिक आईआईपी द्वारा किया गया इस कार्यक्रम के दौरान हरिद्वार एवं रुड़की के एफबीओ, खाद्य सुरक्षा अधिकारी,सीबीआरआई के वैज्ञानिक गण, आईआईपी टीम के सदस्य अमन, नेहा एवं राजेश तथा पतंजलि विश्वविद्यालय से डॉ विनय शर्मा, डॉ कटिहार (डीन), डॉ निवेदिता अन्य स्टाफ तथा स्नातक (विज्ञान) के छात्र एवं छात्राएं भी उपस्थित रहे।