जयपुर में ड्रग इंस्पेक्टर रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार! उत्तराखंड का ड्रग डिपार्टमेंट भी बीते दशक में रह चुका है बदनाम, पढ़िए ये रिपोर्ट
देहरादून। मेडिकल स्टोर की जांच नहीं करने के ऐवज में रिश्वत लेने वाली ड्रग इंस्पेक्टर सिंधु कुमारी को एसीबी जयपुर की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी इंस्पेक्टर ने पूछताछ में बताया कि-रिश्वत का पैसा ऊपर तक देना पड़ता है नहीं तो तबादला हो जाता है। इस खुलासे के बाद एसीबी के अधिकारी रिश्वत की बंदरबाट में शामिल ड्रग डिपार्टमेंट के अन्य अधिकारियों के नाम जानने का प्रयास कर रहे हैं।
वहीं, आपको बता दें कि उत्तराखंड का ड्रग डिपार्टमेंट भी बीते दशक में इसी तरह के कारनामों को लेकर बदनाम रह चुका है। विजिलेंस की टीम के निशाने पर हमेशा ये विभाग रहा है। पूर्व में यहां के अधिकारियों को विजिलेंस आय से अधिक संपत्ति आदि को लेकर गिरफ्तार कर चुकी है। तत्कालीन अफसर अकूत दौलत के मालिक थे तो अब भी कुछ अफसर हैं जिन्होंने इस विभाग में रहते अकूत दौलत कमाई और किनारे हो गए।
यह थी शिकायत
एसीबी के अनुसार 10 दिन पहले परिवादी ने सिंधु कुमारी के खिलाफ शिकायत दी थी। उसने एसीबी को बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर जबरन 10 हजार रुपए मांग रही है। जब परिवादी बोला मैडम रेट 5 हजार रुपए का है तो सिंधु बोली तेरी दुकान अच्छी चलती है। तुझसे 10 हजार रुपए ही लूंगी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि वह ड्रग इंस्पेक्टर को पहले ही 5 हजार रुपए पहले दे चुका था। लेकिन इंस्पेक्टर उसे और पैसे देने के लिए परेशान कर रही है। परिवादी को आज सिंधु कुमारी ने जयपुर में बीटू बाईपास पर एक रेस्त्रां में आने के लिए कहा। वहां पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने पैसा लेते ही सिंधु को ट्रैप कर लिया।
सिंधु के सर्किल में 500 मेडिकल स्टोर
सिंधु कुमारी मूल रूप से बिहार की रहने वाली हैं। जांच में सामने आया कि सिंधु के सर्किल में 500 मेडिकल स्टोर हैं। जिन की दवाइयों से लेकर स्पेस तक की जांच की जिम्मेदारी उसकी है। प्रत्येक तीन माह में यह जांच की जाती है। जांच में सामने आया है कि प्रत्येक मेडिकल स्टोर जांच नहीं करने की एवज में तीन माह में 5 हजार रुपए की वसूली की जा रही थी।
बड़े अधिकारियों से जुड़े सकते हैं तार
एसीबी की पूछताछ में सिंधु कुमारी ने ऊपर तक पैसे देने की बात कही है। अब एसीबी की जांच डिपार्टमेंट के उन अधिकारियों तक पहुंच सकती है, जिनके बारे में सिंधु कुमारी से जानकारी प्राप्त हुई है। एसीबी को पहले भी ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायतें मिली है।