ब्रिटेन में बजा उत्तराखंड का डंका, 9000 करोड़ का भारी-भरकम निवेश आकर्षित करने में कामयाब हुए सीएम धामी
-आने वाले दिनों में दुबई और सिंगापुर में भी प्रस्तावित हैं निवेशक सम्मेलन को लेकर उत्तराखंड सरकार के कार्यक्रम
देहरादून। ढाई लाख करोड़ के निवेश लक्ष्य के साथ दिसंबर में होने वाले इन्वेस्टर समिट को लेकर तैयारियों में जुटी धामी सरकार ने ब्रिटेन में बड़े औद्योगिक घरानों के साथ 9000 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर कर दुनिया में उत्तराखंड का डंका बजा दिया है। आने वाले दिनों में दुबई और सिंगापुर जैसे दुनिया के सबसे तेजी से तरक्की कर रहे शहरों में भी धामी सरकार के निवेश को लेकर कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। जिस तरह से लंदन और बर्मिंघम में धामी सरकार बड़ा निवेश लाने में कामयाब रही है उसे देखते हुए अब दुनिया के इन दो दिग्गज शहरों में होने वाले रोड शो आदि से भी बड़ी उम्मीद बंध गयी है।
कुशल अफसरों की प्लानिंग और धामी के नेतृत्व में सफलता की ओर उत्तराखंड सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में कुशल अफसरों द्वारा निवेशक सम्मेलन के लिए की गई सटीक प्लानिंग के अब सुखद परिणाम सामने आने लगे हैं। मुख्यमंत्री के सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम और उद्योग सचिव श्री विनय शंकर पांडेय के अथक प्रयासों से आज दुनिया के बड़े उद्योग घराने उत्तराखंड की ओर आकर्षित हो रहे हैं। गौरतलब है कि सीएम के सचिव श्री सुंदरम को प्लानिंग का लंबा अनुभव है। उन्हें उत्तराखंड की नौकरशाही में शांत चित वाले एक शार्प माइंडेड आला अफसर के रूप में देखा जाता है। वहीं, विनय शंकर पांडेय को भी लंबा अनुभव है जिसका लाभ अब सीधे तौर पर मिल रहा है।
डेढ़ दशक बाद बना ठोस माहौल
जब उत्तराखंड अस्तित्व में आया तो उसके कुछ सालों बाद ही केंद्र में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार ने उत्तराखंड को विशेष औधोगिक पैकेज प्रदान किया। इसका नतीजा यह रहा कि उत्तराखंड के देहरादून, उधमसिंहनगर और हरिद्वार जिलों में उस समय सैंकड़ों की संख्या में नए उद्योग स्थापित हुए। यह वो दौर था जब उत्तराखंड देश में फार्मा के क्षेत्र में हब के रूप में विकसित हुआ। अब लगभग डेढ़ दशक के बाद एक बार फिर उत्तराखंड में धामी सरकार की।ओर से आयोजित हो रहे निवेशक सम्मेलन के बाद पुनः उद्योगों को लेकर ठोस माहौल बना है।
ब्रिटेन में ये हुए करार
-उत्तराखण्ड सरकार का कयान जेट से साथ ₹4500 करोड़ का एमओयू*
-उषा ब्रेको लिमिटेड के साथ हुआ ₹1000 करोड़ का एमओयू*
-पोमा ग्रुप के साथ ₹2000 करोड़ का एमओयू
-बर्मिंघम में अलग अलग कंपनियों के साथ 1500 करोड़