अफसरों की आपसी खींचतान, करोड़ों की ड्रग लैब बनकर तैयार, नहीं कराया जा रहा उद्धघाटन
देहरादून। 12 करोड़ की लागत से स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के नजदीक उत्त्तराखण्ड की पहली ड्रग लैब बनकर तैयार हो गई है लेकिन इस लैब की हालत ठीक उस दुल्हन सरीखी हो गई है जिसका कोई घूंघट उठाने को तैयार नहीं।
इसके पीछे असल वजह मानी जा रही है इस विभाग के अफसरों की आपसी खींचतान। दरअसल, ये लैब उन ड्रग कंट्रोलर के समय तैयार हुई जिन्हें आजकल कुमाऊं के लिए तैनात किया गया है। इनके द्वारा ही भारत सरकार से बजट स्वीकृत कराने से लेकर तमाम काम तेजी से कराए गए लेकिन इससे पहले की वे लैब का उद्घाटन कराते उससे पहले उन्हें हटा दिया गया।
इसके बाद उनकी कुर्सी पर नए साहब आ गए। जाहिर है पिछले वाले के अच्छे काम को कोई आगे नहीं बढ़ाता। केवल मामूली फाइनल टच रहने के बावजूद आचार सहिंता लगने से पहले इस लैब का इनॉग्रेशन नहीं कराया गया। कहा गया कि आचार सहिंता में परमिशन लेकर भी इसे शुरू कराया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
ऐसे में ये भव्य भवन अपने शुभारंभ का इंतजार कर रहा है।