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संविदा चालक बोले! सरकार ये अफसर हमसे कुत्ता घुमवाते हैं, सब्जी मंगवाते हैं, बच्चों को भी स्कूल ले जाने की जिम्मेदारी हमारी

देहरादून। उत्तराखंड में संविदा आउटसोर्स वाहन चालक संघ ने सूबे के सरकारी महकमे पर एक और संगीन आरोप लगाया है।साथ ही चालक संघ ने इस मामले में मुख्यमंत्री से जल्द ही संज्ञान लेने की मांग करी है। जिससे कर्मचारियों का शोषण बंद हो सके। संविदा आउटसोर्स वाहन चालक संघ ने कहा कि विभिन विभागों में कई ऐसे कर्मचारी है जो सरकारी वाहनों का दुरुपयोग कर रहे हैं।

कर्मचारियों का आरोप है कि अगर किसी सचिव के पास 5 विभाग है तो वह पांचो विभागों के सरकारी वाहनों का इस्तेमाल कर रहा है .. जिसमें सरकारी वाहनों को कार्यालय स्टॉप , घर पर ड्यूटी, बच्चों को स्कूल छोड़ना , बाजार से सब्जी लाना , घर के कुत्ते घुमाने जैसा काम करने के लिए कहा जा रहा है …और इन सभी कार्यों का खर्च भी उन अधिकारियों के द्वारा सरकारी खाते से किया जा रहा है। संविदा और शोध वाहन चालक संघ की मांग है कि विभागों शासन और नगर निकायों निगमों में लगे वाहन चालकों के लिए नीति निर्धारित की जाए जिससे कर्मचारी अपने नियमों के अनुसार काम कर सकें। आउटसोर्सड वाहन चालक संघ ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन प्रेषित किया है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है ।

 

 

*सरकारी वाहनों का दुरुपयोग बंद करें अफसर :- आप*

*कमजोर नेतृत्व वाली सरकार में अधिकारी हो रहे मदमस्त :- रविंद्र सिंह आनंद*

*देहरादून*

आज आम आदमी पार्टी के गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंद्र सिंह आनंद ने एक बयान जारी कर कहा कि शासन को आवंटित राज्य संपत्ति विभाग की ओर से वाहनों का दुरुपयोग हो रहा है । उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से संज्ञान में आया है कि कुछ अफसर सरकारी वाहनों में अपने कुत्ते इत्यादि को घुमा रहे हैं और साथ ही इन वाहनों का उपयोग अफसरों के घर लाई जा रही सब्जी के लिए भी किया जा रहा है जो कि नियम विरुद्ध है।

उन्होंने कहा पूर्व में भी सरकारी वाहनों में अफसरों के बच्चों को सुबह स्कूल छोड़ने एवं छुट्टी होने पर घर छोड़ने की बात भी जगजाहिर है ।
उन्होंने आगे कहा उत्तराखंड के अधिकारी अफसर मदमस्त हो गए हैं ,क्योंकि राज्य सरकार का नेतृत्व बहुत कमजोर है । उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ गाडियां ही नहीं इन अफसरों द्वारा निचले कर्मचारियों का कई प्रकार से मानसिक उत्पीड़न किया जाता है। उन कर्मचारियों से घर के काम भी करवाए जाते हैं जो सरासर गलत है।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्य्मंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्यादा अनुभव नहीं है ,इसलिए नौकरशाह सिर पर चढ़ गए हैं ।उन्होंने कहा यह उत्तराखंड की जनता के गाढे खून पसीने की कमाई के पैसे का दुरुपयोग है ।जहां एक ओर प्रदेश कर्ज के तले दब रहा है ,वहीं दूसरी ओर अफसर मौज उड़ा रहे हैं ।

उन्होंने कहा उत्तराखंड की प्रगति के लिए यह अच्छे संकेत नहीं है। सरकारी ईंधन एवं सरकारी चालक का दुरुपयोग बंद होना चाहिए और ऐसे बेलगाम अधिकारियों पर लगाम कसी जानी चाहिए जो सरकारी वाहनों को निजी मानते हुए उनके दुरुपयोग के साथ ही कर्मचारियों का शोषण करते हैं।

By amit