चमोली घाट में डॉक्टर से मारपीट करने वाले 6 अभियुक्त गिरफ्तार
देहरादून। सी०एच०सी० घाट, जनपद चमोली में डॉ० रोहित चौहान के साथ हुयी मारपीट की घटना में आरोपित सभी 06 अभियुक्तों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ मनोज वर्मा ने कहा कि मैं सभी चिकित्सकों / प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के सदस्यों की ओर से मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, पुलिस महानिदेशक तथा समस्त प्रशासन व पुलिस का उनके सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। अब हम माननीय न्यायालय से प्रार्थना करते हैं और आशा करते है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा देंगे।
मैं हमारे मीडिया के समस्त मित्रों का भी उनकी निष्पक्ष तथा निर्भीक पत्रकारिता के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। हम सभी चिकित्सक आपके सदैव आभारी रहेंगे, जिस तरह से आपने हमारा साथ दिया हमारी पीड़ा को समाज के सामने रखा हम उसके लिए आपके आभारी हैं।
मैं अपने सभी साथी चिकित्सकों को, संघ के सभी सम्मानित सदस्यों को इस जीत की हार्दिक बधाई देता हूँ। जिस तरह से सभी चिकित्सक कंधे से कंधा मिलाकर डॉ० रोहित के साथ खड़े नजर आये, इस लड़ाई को उसके सफल अंजाम तक पहुँचाया उसके लिए आप सभी प्रशंसा के पात्र हैं। इस एकता को हजारों सलाम । उत्तराखण्ड में पहली बार उत्तराखण्ड चिकित्सा सेवा व्यक्ति और संस्थान के अन्तर्गत केस दर्ज किया गया है। हम सभी लोग चमोली शाखा को भी डॉ० हरीश थपलियाल के नेतृत्व में की गयी त्वरित कार्यवाही तथा सुनियोजित आंदोलन की सराहना करते है ।
आज बांधी काली पट्टी
देहरादून।चमोली जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाट में तैनात डा. रोहित चौहान के साथ मारपीट के मामले को लेकर प्रदेशभर के चिकित्सकों में आक्रोश है।जनपद चमोली के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सक पिछले दो दिन से कार्य बहिष्कार पर हैं। वहीं बुधवार को प्रदेशभर के चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर काम किया। गुरुवार से उन्होंने ओपीडी के बहिष्कार की चेतावनी दी है।प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के अध्यक्ष डा. मनोज वर्मा ने बताया कि आज चिकित्सक अपने—अपने कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहे हैं। सभी हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो प्रदेशभर के सरकारी चिकित्सक गुरुवार सुबह नौ बजे से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर देंगे। इस बाबत संघ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत को भी पत्र प्रेषित किया है।उन्होंने कहा कि इस घटना से प्रदेशभर के चिकित्सक न सिर्फ गमगीन बल्कि आक्रोशित भी हैैं। कहा कि विकासनगर निवासी एक चिकित्सक अपने परिवार से दूर रहकर दूरस्थ क्षेत्र में ईमानदारी से अपनी ड्यूटी कर रहा है। उसके साथ इस तरह की घटना कानून व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह है। कहा कि प्रदेशभर के सभी डाक्टर अपने साथी के साथ खड़े हैं।