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देहरादून 3 अगस्त 2024।उत्तराखण्ड पैट्रोलियम यूनिवर्सिटी (यू.पी.ई.एस) को इंट राईट कैम्पस घोषित किये जाने के लिये यूनिवर्सिटी के विधौली तथा कण्डोली परिसर के समस्त भोजनालय, रेस्टोरेंट, कैण्टीन तथा कैफे में काम करने वाले 40 फूड सुपरवाईजर को खाद्य सुरक्षा मानकों के प्रमाणीकरण पर आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। एक दिवसीय प्रशिक्षण में युनिवर्सिटी के 10 फैकल्टी सदस्यों ने भी भाग लिया।

झात्तव्य है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा संचालित ईट राईट इण्डिया अभियान के अन्र्तगत देश के सभी विश्वविद्यालय परिसर, अस्पताल, जेल परिसर, तकनीकी संस्थान एवं बड़े खाद्य व्यवसाय के प्रतिष्ठानों को ईट राईट कैंपस के रूप में प्रमाणित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य एवं सुरक्षित खान-पान सामग्री एवं सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करते हुए टिकाउ एंव स्थानीय भोजन की उपयोगिता के बारे में लोगों को जागरूक करना है।

ईट राईट कैंपस योजना के बारे में खादद्य सुरक्षा विभाग के उपायुक्त श्री गणेश कण्डवाल ने बताया कि विगत दिनों विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि ईट राईट इण्डिया अभियान के तहत उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालय परिसरों को ईट राईट कैम्पस के रूप में प्रमाणिकृत किया जाय।

मा० मंत्री के निर्देशों के अनुसार एफ.डी.ए. ने इस दिशा में कार्य करना आरम्भ कर दिया है तथा इसी क्रम में उत्तराखण्ड पेट्रोलियम युनिवर्सिटी के दोनों परिसरों को ईट राईट कैंपस योजना के तहत सम्मिलित करते हुए परिसरों का फूड सेफ्टी ऑडिट कराने के उपरान्त यहाँ के भोजनालय एवं कैण्टीन में कार्य करने वाले सभी फूड हैण्डलर्स एवं सुपरवाईजरों को Food Safety Training and Certification (FOSTAC) प्रशिक्षण प्रदान करने की कार्यवाही अमल में लायी गयी है।

श्री गणेश कण्डवाल ने बताया कि प्रशिक्षण देने का कार्य भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FASSAI) की ओर से अधिकृत ट्रेनिंग पार्टनर एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के द्वारा किया गया जिसके अन्र्तगत खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार खानपान सेवा संचालित किये जाने के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी गयी। युनिवर्सिटी के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण के दौरान 40 प्रतिभागियों में से 10 संकाय सदस्यों ने भी प्रतिभाग किया जिसमें स्कूल ऑफ हैल्थ साईन्सेज की डीन डॉ. पद‌द्मा बैंकट ने प्रमुख रूप से भाग लिया।

श्री कण्डयाल ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. घन सिंह द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार शीघ्र ही राज्य के अन्य विश्वविद्यालय को भी ईट राईट कैम्पस के रूप में प्रमाणीकृत किया जायेगा। इस दिशा में श्रीनगर गढ़वाल स्थित हेमवत्ती नन्दन बहुगुणा विश्वविद्यालय को अगले माह इस प्रक्रिया

में शामिल किया जा रहा है। इस पहल से इन स्थानों पर अधिक समय तक रहने वाले छात्र-छात्राओं, अध्यापक एवं शिक्षणोत्तर कर्मियों को सुरक्षित खाद्य पदार्थों एवं भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

ईट राईट कैंपस की पहल को स्वागत योग्य बताते हुए पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के अन्र्तगत स्कूल ऑफ हैल्थ साईन्सेज की डीन डॉ. प‌द्मा बैंकट ने इसे केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण एवं जन कल्याणकारी बताया। डॉ. प‌द्मा वैंकट ने कहा कि शीघ्र ही यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत फूड एण्ड न्यूट्रीशन, हैल्थ साईन्सेज तथा माइक्रोबायोलॉजी के अन्तिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए भी फॉस्टैक प्रशिक्षण आयोजित कराया जायेगा ताकि जब वह यूनिवर्सिटी से बाहर कैरियर बनाने के लिए निकलें तो उन्हें सम्बन्धित क्षेत्र में व्यवसाय करने में सरलता मिल सके।

इस अवसर पर पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार श्री मनीष मदान, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FASSAI) द्वारा अधिकृत ट्रेनर श्री प्रेम चन्द्र शर्मा, ट्रेनिंग कोर्डिनेटर डॉ. शिखा सक्सेना, डॉ. ध्रुव कुमार, डॉ. रवीन्द्र कौशिक एवं अंकुर कुमार उपस्थित रहे।

By amit