चंदे के हिसाब को लेकर उपनल अधिवेशन में हंगामा, हंगामे के बीच ही नई कार्यकारिणी भी बनी
उत्तराखंड के आउटसोर्स कर्मचारियों के सबसे बड़े संगठन उपनल कर्मचारी महासंघ के चौथे वार्षिक अधिवेशन में भारी हंगामे के बीच नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन हो गया। विनोद गोदियाल ने अध्यक्ष पद और विनय प्रसाद ने महासचिव पद पर एकतरफा जीत हासिल की है।
पिछले साल मार्च-अप्रैल 2021 में 56 दिन तक चले आंदोलन के दौरान जमा किए लाखों रुपये के चंदे में कथित गड़बड़ी की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाने का निर्णय किया गया है। अधिवेशन में समान कार्य-समान वेतन, नियमितीकरण और मानदेय बढ़ोतरी समेत चार अहम प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। जल्द ही सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर ज्ञापन देने का निर्णय भी किया गया।
चंदर रोड स्थित एक होटल में आयोजित अधिवेशन के शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। ज्यादातर कर्मचारी पिछले साल हुए 56 दिन के आंदोनलन के बावजूद कुछ हासिल न होने और आंदोलन के दौरान लिए गए चंदे का हिसाब न दिए जाने से नाराज थे। बैठक के शुरू में ही ज्यादातर सदस्यों ने हंगामा करते हुए नई कार्यकारिणी का गठन कराने से इंकार कर दिया। संचालन कर रहे उपनल नेता महेश भट्ट कर्मियों को मनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन किसी ने एक न सुनी। गुस्साए कर्मचारी कई बार सीधे मंच तरफ आ आए। बैठक के बीच में पहुंचे महामंत्री हेमंत रावत से कर्मचारियों की तीखी नोंकझोक हुई।