देहरादून। एक वक्त में उत्तर प्रदेश और फिर उत्तराखंड में भी कमाऊ पूत रहा गढ़वाल मंडल विकास निगम पर बीते डेढ़ दशक से बीमार होने का ठप्पा लग गया है। वर्तमान में हालात ये हैं कि इस निगम के पास अपने 1200 कर्मचारियों को वेतन-भत्ते देने के भी लाले पड़ जाते हैं। चालू चार धाम यात्रा में यात्रियों का सैलाब उमड़ने के कारण इस बार तो फिर भी gmvn कुछ लाभ में है लेकिन ज्यादा दिन तक यह चलने वाला नहीं। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा फैसला लेते हुए gmvn के पद पर तैनात रही ias स्वाति भदौरिया को हटाकर उनके स्थान पर सीनियर अफसर वंशीधर तिवारी को इस अहम विभाग की जिम्मेदारी दी है। आपके लोकप्रिय पोर्टल theindiagazeeteer.com ने gmvn के नए md से साक्षात्कार के माध्यम से उनका gmvn को लेकर फुलप्रूफ प्लान जाना, पढ़िए बातचीत के अंश…
सवाल: gmvn लगातार घाटे में रहा है, आप किस तरह इसे घाटे से उबारेंगे
जवाब: देखिए निगम में बेहतर करने की बहुत गुंजाइश है। मैंने चार्ज लेने के बाद जितना विभाग को समझा है उससे पता चलता है इस विभाग में तमाम संभावनाएं हैं। हमने शुरुआत में 3 मुख्य मुद्दों पर फोकस करने का निर्णय लिया है।
सवाल: निगम को घाटे से उबारने के लिए योजना क्या है
जवाब: हमने तय किया है कि निगम के गढ़वाल मंडल में जितने भी होटल, गेस्ट हाउस इत्यादि हैं इसके लिए हम make my trip के अलावा oyo के साथ साझेदारी करेंगे। इससे हमें आसानी से कस्टमर मिल सकेंगे। इसके अलावा ऋषिकेश में 18 कमरों का हमारा होटल है यहां योग, स्पा सेन्टर संचलित किए जाएंगे। ऋषिकेश के नजदीक ही शीशमझाड़ी में हमारी wood फैक्ट्री है जहां न के बराबर काम हो रहा है। इसे हम होटल व बार मे तब्दील करने की योजना बना रहे हैं।
सवाल: gmvn की नदियों से भी कमाई घटी है, इसे कैसे सुधरेंगे
जवाब: देखिए, नदियों से राजस्व को लेकर भी हमारी ओर से प्रयास किये जा रहे हैं। कई मामलों में लोग कोर्ट में चले जाते हैं। इन समस्याओं का हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
सवाल: होटल द्रोण देहरादून को लेकर क्या प्लानिंग है
जवाब: होटल द्रोण में अभी कुछ रेनोवेशन के कार्य कराए गए हैं लेकिन समस्या यह है कि इसके कमरे काफी पुराने हो चुके हैं। ऐसे में फिलहाल इसे भी make my trip या oyo के माध्यम से चलाया जाएगा। जहां तक इसके बार की बात है तो इसे हम जल्द ही निजी हाथों में देंगे ताकि इससे राजस्व में वृद्धि हो सके।