दो दिवसीय बसंतोत्सव का राज्यपाल ने किया शुभारंभ
देहरादून। राजभवन में आयोजित दो दिवसीय ‘बसंतोत्सव’ का मंगलवार को शुभारंभ हो गया है। बसंतोत्सव में पहले दिन प्रकृति, कला-संस्कृति, हुनर और तकनीक का अद्भुत संगम देखने को मिला। 8 और 9 मार्च तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने भी प्रदर्शनी लगाई है।
बसंतोत्सव में प्रदेशभर से तकरीबन 350 कैटेगरी के फूल आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसके साथ ही उद्यान विभाग द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार के साजो सामान के स्टाल भी लगाए गए हैं। इस वर्ष बसंतोत्सव का शुभारम्भ उत्तराखण्ड के लोकपर्व फूलदेई के आयोजन के साथ किया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड गुरमीत सिंह ने कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन पुष्पों की लड़ी काटकर एवं शान्ति के प्रतीक गुब्बारे हवा में छोड़कर किया। इस अवसर पर उत्तराखंड की फर्स्ट लेडी गुरमीत कौर भी मौजूद रहीं।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड गुरमीत सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक सौंदर्य भरपूर मात्रा में है। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के फूल और पौधों से औषधियों का भी निर्माण किया जा रहा है। यह महोत्सव लोगों को प्रकृति से जुड़ने का भी संदेश देता है।
जनमानस को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये। बसंतोत्सव के माध्यम से किसानों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पर्यटन विभाग की ओर से लगाए गए स्टॉल के साथ प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए फूलों के काश्तकारों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस मौके पर पर्यटन विभाग के अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान ने राज्यपाल गुरमीत सिंह को पुष्प गुच्छ भेंट किया।
बसंतोत्सव के पहले दिन भारतीय सैन्य संस्थान इण्डो तिब्बत बार्डर पुलिस एवं पी0एस0सी0 के बैंड आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहे। आमजन के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग की ओर से गतवर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त व्यंजनों के पैक्ड फूड की व्यवस्था की गयी।
इस मौके पर राजभवन में बड़ी संख्या में लोग फूलों की प्रदर्शनी को देखने के लिए आए। यहां आए पर्यटकों ने विभिन्न प्रकार के फूलों का लुफ्त उठाया। बसंतोत्सव में स्कूली बच्चों द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया।