प्रदेश में, गणेश सा कोई नहीं
देहरादून। मसूरी विधानसभा सीट पूरे प्रदेश में उन चुनिंदा सीटों में से एक है जहां गणेश का कोई सानी नहीं।
जहां टिकटों के बंटवारे को लेकर भाजपा में तमाम सीटों पर कई कई दावेदार थे तो देहरादून की 10 सीट में केवल मसूरी ही एकमात्र ऐसी सीट रही जहां भाजपा के पास गणेश जोशी का कोई विकल्प ही नहीं था। खानापूर्ति के लिए भले पैनल में दूसरे दावेदारों के नाम रखे गए लेकिन ये केवल खानापूर्ति ही थी।
तीन बार के विधायक गणेश जोशी पर अगर पार्टी ने भरोसा जताया है तो इसके पीछे कई अहम वजह है। 2007 में पहली बार राजपुर रोड से जीतने वाले गणेश ने 2012 व 2017 में मसूरी से भारी मतों से जीत दर्ज की।
इन जीत के पीछे अगर कुछ है तो वो है गणेश जोशी की दिन रात की मेहनत। इस विधानसभा सीट पर अगर सड़क, बिजली, पानी जैसी मूल जरूरतों की बात करें तो कम से कम 80 फीसद से ज्यादा इलाक़ों में काम धरातल पर स्पष्ट दिखता है। यही नहीं ये उन गिने चुने विधायकों में से हैं तूफान, आंधी, आपदा हर घड़ी में अपने लोगों के साथ खड़े रहते हैं।