“गुरू” तो गए, अब क्या होगा “चेलों” का
Dehradoon. Mdda से ias बृजेश कुमार संत की छुट्टी हो गई है लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो रहा है कि अफसरों के चेले बने अफसरों-कार्मिकों का क्या होगा।
दरअसल, प्राधिकरण में कुछ इंजीनियर वर्तमान में इस कदर पॉवरफुल हो चले थे कि खुद को शहर का माई बाप समझने लगे हैं। इनमें एक बड़े इंजीनियर महोदय और छोटे के तो कहने ही क्या थे।
अब इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि जब पिछले दिनों कैनाल रोड पर पहाड़ कटान के दो मामले प्रकाश में आये तो mdda के अदने से दो सुपरवाइजर की गर्दन तो फँसा दी गयी लेकिन मलाई चाटने वाले साफ निकल गए। ये तो वो मामले थे जो dm की सतर्कता से पकड़ में आये जबकि पहाड़ कटान की तमाम घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन कहीं कोई कार्रवाई नही हुई उल्टा वसूली का दौर तेज हो चला था।
mdda के कुछ सेक्टरों में तो वर्तमान में इस कदर कुछ engineers ने ऐसी तबाही लाई हुई है कि अगर कोई एक ईंट भी रखता है तो पहले उसे इन लोगों के सामने जेब ढीली करनी पड़ती है।
आपको बता दें कि dm देहरादून को अब vc की भी जिम्मेदारी मिली है। आईएएस सोनिका को तेज तर्रार अफसर माना जाता है। ऐसे में उनका mdda vc बनना कइयों को अभी से खलने लगा है।