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देहरादून। विधानसभा चुनाव में करारी हार होने के बाद से कांग्रेस में अंतर्कलह थम नहीं रहा। चुनाव के तत्काल बाद जहां अंतर्कलह पूरे चरम पर रहा तो इसके बाद हालात कुछ सामान्य भी हुए थे लेकिन आज धामी सरकार जहां अपने 100 दिन का जश्न मना रही है तो कांग्रेसियों की क्लेश बाजी जारी है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने हार को लेकर फेसबुक पर अपनी बात साझा की है। पढ़िए, क्या कुछ बोले हरीश….

 

मेरे कई अच्छे #दोस्त यह सोचकर के चलते हैं कि हरीश रावत नहीं होता तो उन्हें दुनिया की न जाने क्या-क्या दौलत व पद मिल जाते। वह जब शादी-विवाह में भी जा रहे हैं तो लोगों के बीच में एक ही बात कह रहे हैं कि हरीश रावत ने पार्टी को हरवा दिया नहीं तो कांग्रेस की सरकार बन जाती। मैं आप सब लोगों से यह प्रार्थना करना चाहता हूं कि ऐसे लोगों से इतना तो जरूर पूछ लीजिए कि उन्होंने इस चुनाव में किस कांग्रेस उम्मीदवार को जीताया और उनके अपने गृह क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार की उनके विषय में क्या राय है? जिताने के लिए काम किया या हराने के लिए काम किया!
#HarishRawat अल्मोड़ा से सांसद रहा, उधमसिंहनगर से सांसद का चुनाव लड़ा और हरिद्वार से सांसद रहा, तीनों संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। जहां चुनाव हारे हैं, वहां तुलनात्मक रूप में अच्छी तरह टक्कर देकर के हारे हैं। राज्य भर में जिन कांग्रेस उम्मीदवारों के साथ मेरा नाम जुड़ा हुआ है, उन्होंने भी चुनाव में अच्छी टक्कर दी है। क्या यही स्थिति सारे राज्य भर में है? फिर मुझ पर ही दोषारोपण क्यों? मैं पार्टी के किसी भी फोरम में इस पर बात करने के लिए तत्पर रहूंगा।

By amit