Dehradoon. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव यूं ही नहीं। जितना प्रेम नरेंद्र मोदी से पर्वतीय राज्य उत्तराखंड को मिल रहा है उतना आज तक किसी पीएम से नहीं मिला। शुक्रवार को मोदी एक बार फिर श्री बद्री और केदार धाम पहुँच रहे हैं तो उस बार भी उनकी झोली पहाड़ी राज्य के लिए तोहफों से भरी है। इस दौरान पीएम न केवल श्री केदारनाथ धाम में रोपवे का शिलान्यास करेंगे बल्कि सिखों के धार्मिक स्थल हेमकुंठ साहिब के लिए भी रोपवे की आधारशिला रखेंगे। इन दोनों रोपवे खासतौर से केदारनाथ रोपवे से यहां की यात्रा बेहद सुरक्षित एवं सुगम हो जाएगी।
श्री केदारनाथ धाम रोपवे
-प्रधानमंत्री जी द्वारा श्री केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना का कार्यक्रम। इसके उपरांत प्रधानमंत्री जी द्वारा केदारनाथ रज्जू मार्ग की आधारशिला रखी जाएगी। प्रधानमंत्री जी द्वारा इसके उपरांत आदि शंकराचार्य समाधि एवं मन्दाकिनी आस्थापथ पर वाटर एटीएम का निरीक्षण किया जाएगा। मन्दाकिनी आस्थापथ पर निरीक्षण के साथ ही पीएम यहां मौजूद मजदूरों से भी बात करेंगे। सरस्वती आस्थापथ का निरीक्षण भी प्रधानमंत्री जी के द्वारा किया जाएगा।
गौरीकुंड से केदारनाथ रोपवे(कुल लंबाई-9.70 किमी)
-रोपवे की लंबाई 9.7 किमी, कुल लागत 1267 करोड़। रूट-गौरीकुंड, चीरबासा, लिंचौली, केदारनाथ। इस रोपवे के निर्माण से जहां यात्री सुरक्षित एवं आरामदायक रूप से श्री केदारनाथ धाम पहुँच सकेंगे तो यात्र का समय भी 6 से 7 घंटे तक कम हो जाएगा। पर्यावरण अनुकूल होने के साथ ही स्थानीय निवासियों के लिए रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे।
गोविंदघाट से हेमकुंड रोपवे
-कुल लंबाई 12.40 किमी। लागत 1163 करोड़। रूट/गोविंदघाट, पुलना, भ्यूंडर-घांघरिया,हेमकुंड। श्रद्धालु विशेषतौर से दिव्यांग श्रद्धालुओं को आवागमन में सहूलियत होगी। रोपवे के बनने से यात्रा का समय डेढ़ दिन तक घटेगा।
बद्रीनाथ धाम
-श्री बद्रीनाथ धाम मंदिर में पूजा अर्चना के उपरांत रिवरफ्रंट डेवलोपमेन्ट कार्यों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा अराइवल प्लाजा एवं लेक कार्यों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरांत माननीय प्रधानमंत्री बद्रीनाथ धाम से आईटीबीपी पोस्ट माना के लिए प्रस्थान करेंगे।
माना गांव भ्रमण
-माना कि निवासियों के द्वारा प्रधानमंत्री जी का स्वागत किया जाएगा। जिसके बाद पीएम मिनी सरस मेला में प्रतिभाग करेंगे। प्रधानमंत्री जी के द्वारा रोड एवं रोपवे प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी जायेगी। पीएम द्वारा जनसभा को संबोधित किया जाएगा।
माना-मानापास राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण कार्य
-कुल लंबाई 51 कम, लागत 574 करोड़। सामरिक लिहाज से कार्य बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। सेना के वाहनों का मूवमेंट आसान होगा।
जोशीमठ-मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण
-कुल लंबाई 61.64 किमी, लागत 422.68 करोड़ रुपये। सामरिक लिहाज से यह बेहद अहम साबित होगा।