#GoodByeBJP
पिछले पांच साल में उत्तराखंड का अनुभव बहुत ही कष्टपूर्ण रहा है, अपमान जनक रहा है। विकास ठप्प और बेरोजगारी चरम पर, महंगाई की मार से अलग पीड़ित और कोरोना की महामारी के दौरान लोगों को यूं ही मरने के लिए छोड़ दिया और कुंभ में टेस्टिंग घोटाला कर पैसा कमाने में लगे रहे। मुख्यमंत्री बदले मगर, राज्य के भाग्य को बदलने के विषय में कुछ भी नहीं सोचा गया।
आज स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री तो बदले, मगर उत्तराखंड को मिला एक खनन प्रेमी मुख्यमंत्री, जिसने सारे गाड़-गधेरे, नदी-नाले धदोड़ डाले या जो कुछ इस समय ट्रांसफर, पोस्टिंग में यहां तक कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी हो रहा है, उसको देखकर के मन करहा रहा है, दुर्गंध आ रही है पुरे सचिवालय में भ्रष्टाचार की। कहा जा रहा है कि 5 प्रतिशत ऊपर जाता है प्रत्येक कुंतल बजरी-बालू पर तो ये कैसा निजाम है! ये कैसी डबल इंजन की सरकार है! अब उत्तराखंड कह रहा है गुड बाय भाजपा, गुड बाय डबल इंजन।
अब जनता कह रही है, उत्तराखंड के गाड़- गधेरे, डांडे-कांडे, नदी-नाले, गंगा-यमुना कह रही है, चारों धाम व मंदिर कह रहे हैं, ग्वेल देवता, घंडियाल देवता कह रहे हैं, भूमिया देवता कह रहे हैं, भाजपा गुड बाय।
“जय उत्तराखंड-जय उत्तराखंडियत”
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#गुड_बाय_भाजपा #गुड_बाय_डबल_इंजन