खुशखबरी: बटर फेस्टिवल में तीन हजार से ज्यादा पर्यटक ले सकेंगे हिस्सा
– हाईकोर्ट नैनीताल ने दयारा बुग्याल में आयोजित होने वाले बटर फेस्टिवल के लिए ग्रामीणों को दी राहत, 200 की बजाए तीन हजार पर्यटक ले सकेंगे हिस्सा
रैथल के ग्रामीणों की ओर से दयारा बुग्याल में आयोजित होने वाले अढूंडी उत्सव यानि बटर फेस्टिवल में तीन हजार देशी विदेशी पर्यटक हिस्सा ले सकेंगे। नैनीताल हाईकोर्ट ने बटर फेस्टिवल की पौराणिक और पर्यटन आधारित महत्ता को देखते हुए पूर्व में दिए गए अपने आदेश में संशोधन कर आयोजक समिति दयारा पर्यटन उत्सव समिति रैथल को बड़ी राहत दी है। बीते साल इस उत्सव में सिर्फ 200 पर्यटकों को ही हिस्सा लेने की अनुमति थी हालांकि स्थानीय ग्रामीणों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं था। इस बार भी स्थानीय ग्रामीणों की संख्या में कोई प्रतिबंध नहीं रखा गया है।
16 अगस्त को दयारा बुग्याल में आयोजित होने वाले पौराणिक व प्रकृति को समर्पित अढूड़ी उत्सव बटर फेस्टिवल में इस बार बीते सालों के मुकाबले ज्यादा पर्यटक हिस्सा ले सकेंगे। नैनीताल उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश ऋतु बहरी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की बेंच ने बुग्यालों में पर्यटकों की संख्या मामले में राहत देने की याचिका पर सुनवाई करते हुए बटर फेस्टिवल में पर्यटकों के अधिक संख्या में प्रतिभाग करने के लिए विशेष अनुमति दी है। हालांकि, इसके साथ ही बुग्याल में साफ सफाई, जैव विविधता के संरक्षण और अन्य नियमों के पालन के निर्देश भी दिए है। साल 2018 में नैनीताल हाईकोर्ट ने आली बेदनी बुग्याल संरक्षण समिति की याचिका पर फैसला देते हुए बुग्यालों में पर्यटन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाते हुए पर्यटकों को संख्या को नियंत्रित करने के साथ ही कैंपिंग आदि पर रोक लगाई थी। उसके बाद से ही दयारा बुग्याल में आयोजित होने वाले बटर फेस्टिवल में भी देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या पर रोक लगा दी गई थी। आयोजक समिति दयारा पर्यटन उत्सव समिति ने बटर फेस्टिवल की पौराणिक महत्ता और उत्सव के अनूठे आयोजन को देखते हुए इसमें पर्यटकों की संख्या में संशोधन के संबंध में 2018 में दिए गए फैसले में राहत देने की मांग को लेकर याचिका दाखिल की थी। इस पर हाईकोर्ट ने राहत देते हुए बटर फेस्टिवल में पर्यटकों की संख्या में बढोत्तरी के निर्देश देते हुए इसकी संख्या 200 से बढ़ाकर 3000 कर दी है। हालांकि, इसमें 15 अगस्त को 1500 पर्यटकों और 16 अगस्त को 1500 पर्यटकों को ही भेजे जाने के निर्देश है जबकि स्थानीय लोगों की संख्या पर कोई पाबंदी नहीं है।
दयारा पर्यटन उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज राणा ने हाईकोर्ट के इस फैसले पर आभार जताते हुए कहा है कि बुग्यालों में जैव विविधता के संरक्षण के साथ ही पर्यटन आधारित गतिविधियों को बढ़ाना भी जरूरी है और बटर फेस्टिवल जैसे अनोखे पर्व में पर्यटकों की संख्या को लेकर मिली छूट एक बड़ी राहत है। उन्होंने कहा कि समिति हाईकोर्ट के आदेशों का पालन करेगा।