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Dehradoon. प्राधिकरण उपाध्यक्ष श्री बृजेश कुमार संत द्वारा अवैध निर्माणों एवं मानचित्र निरस्तरां से सम्बंधित समीक्षा बैठक ली , जिसमें प्राधिकरण की कार्य संस्कृति के सम्बन्ध में भी विमर्श किया ।

इस सम्बन्ध में उपाध्यक्ष महोदय द्वारा निम्नानुसार निर्णय लिए गए।

१. अवैध निर्माणों पर लगातार दृष्टि बनाये रखी जाय एवं त्वरित कार्यवाही की जाये।

२. उपाध्यक्ष द्वारा आदेश जारी किया गया कि क्योंकि वर्तमान में प्राधिकरण में ऑनलाइन मानचित्र स्वीकृति प्रणाली विद्यमान है , जिसमे समस्त कार्य ऑनलाइन पद्धति के माध्यम से ही निष्पादित होता है परन्तु वास्तुविद या आवेदक अनावश्यक रूप से सभी पटलों /अनुभागों में भ्रमण करते रहते हैं जो की उचित नहीं है , अतः समस्त अभियन्तागण/कर्मचारी गणों को सचेत किया जाता है की उनके पटलों पर कोई भी वास्तुविद / आवेदक उपस्थित नहीं होना चाहिए , यदि किसी को कोई आवश्यक शासकीय कार्य है तो वह उपाध्यक्ष / सचिव के कार्यालय से समय लेकर मिल सकता है। उक्त आदेश के क्रियान्वयन न होने की स्थिति में सम्बंधित के विरुद्ध अग्रेत्तर कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

३. सभी कार्मिकों / अधिकारियों के निर्देश दिए गए कि कार्यालय में समय पर उपस्थित हों. प्राधिकरण में बायोमेट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज की जाती है , ऐसे सभी अधिकारी / कार्मिक जो समय पर उपस्थित नहीं पाए जाते हैं उन्हें सिस्टम द्वारा स्वतः ही कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा एवं लगातार देरी से आने वाले अधिकारी/कर्मचारी (habitual offenders) के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।

4. पिछले एक माह में प्राधिकरण द्वारा गतिमान पत्रावलियों में लगभग ३५% की उल्लेखनीय कमी दर्ज की है, एवं मानचित्र निस्तारण में काफी सुधार हुआ है।

5. विगत एक माह में प्राधिकरण ने अवैध निर्माण के विरुद्ध लगातार कार्यवाही करते हुए लगभग 400 बीघा भूमि पर अवैध प्लाटिंग हटाई है एवं 50 से अधिक निर्माणों को सील किया है ।

उपाध्यक्ष द्वारा गुड गवर्नेंस के प्रमुख सिद्धांतों भागीदारी ,कानून का शासन,
पारदर्शिता, जवाबदेही, सहमति उन्मुख, समानता और समावेशिता, प्रभावशालिता और दक्षता एवं जवाबदेही के क्रियान्वयन पर जोर दिया।

 

By amit