देहरादून, 12 अप्रैल 2022- भारत की प्रमुख ऑटोमोटिव एवं औद्योगिक लुब्रिकेन्ट निर्माता कंपनी, कैस्ट्रॉल इंडिया लिमिटेड ने अपने सुपर मेकैनिक कॉन्टेस्ट के चौथे संस्करण के विजेताओं की घोषणा की है। यह प्रतियोगिता मेकैनिकों के कौशल को निखारने के लिये भारत की सबसे बड़ी पहल है, जिसका लक्ष्य एक प्रतिस्पर्द्धी राष्ट्रीय मंच के माध्यम से भारत के मेकैनिकों की अपस्किलिंग करना है। विजेताओं का सम्मान माननीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, कैस्ट्रॉल इंडिया के प्रबंध निदेशक संदीप सांगवान और टीवी9 नेटवर्क के सीईओ बरून दास ने दिल्ली में आयोजित एक सम्मान समारोह में किया।
कैस्ट्रॉल सुपर मेकैनिक कॉन्टेस्ट के चौथे संस्करण का संचालन फिजिकल और डिजिटल, दोनों मीडिया के इस्तेमाल से हुआ था, ताकि पूरे भारत से मेकैनिकों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित हो सके। इसमें प्रतियोगिता के इंटरैक्टिव वॉइस रिस्पॉन्स (आईवीआर) राउंड और एक समर्पित वेबसाइट के माध्यम से 140,000 से ज्यादा मेकैनिकों की रिकॉर्ड भागीदारी दर्ज हुई। प्रतियोगिता में नये डिजिटल टूल्स और फीचर्स की एक श्रृंखला थी, जैसे एक मोबाइल गेम, ताकि भाग लेने वाले मेकैनिक दिये जाने वाले विभिन्न कामों और चुनौतियों में दक्ष हो सकें। हर प्रतियोगी ने अपने कार्यक्षेत्र में निपुणता को परखने के अलावा विभिन्न चरणों में उद्योग की बहुमूल्य और प्रासंगिक जानकारी भी पाई। टॉप 50 प्रतियोगियों ने एक ऑन-ग्राउंड फिनाले में मुकाबला किया, जो 5 से 7 अप्रैल 2022 तक तीन दिन चला।
मेकैनिक समुदाय की अपस्किलिंग और उत्थान के लिये अपनी प्रतिबद्धता का विस्तार करते हुए, कैस्ट्रॉल इंडिया ने ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) के साथ भागीदारी में एक खास तरीके से डिजाइन किया गया पाठ्यक्रम बनाया था, जिसमें नये जमाने के व्हीकल डायग्नोस्टिक्स, अगली पीढ़ी के वाहनों के लिये डिजिटल टूल्स और बीएस-6 टेक्नोलॉजी आदि शामिल थे। मास्टरक्लासेस में देशभर से 24,000 से ज्यादा मेकैनिक शामिल हुए।
इस प्रतियोगिता के बारे में कैस्ट्रॉल इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संदीप सांगवान ने कहा, “कैस्ट्रॉल सुपर मेकैनिक कॉन्टेस्ट के दिल में वह आदर और गर्व निर्मित करने का हमारा लक्ष्य बसता है, जिसके स्वतंत्र मेकैनिक असल में हकदार हैं। हमने इस प्लेटफॉर्म का उपयोग मेकैनिकों के ज्ञान और कुशलताओं को लगातार उद्योग के बदलते मानकों के अनुसार नवीकृत करने की उन्हें प्रेरणा देने के लिये किया है। प्रतियोगिता के चौथे संस्करण के समापन के साथ, हम इसे उत्साहपूर्वक मिली प्रतिक्रिया के साथ ही वह रोमांच और प्रोत्साहन देखकर बहुत खुश हैं, जो इसने मेकैनिकों को दिया है। कैस्ट्रॉल इस सीजन के विजेताओं को हार्दिक बधाई देता है और हम मेकैनिक समुदाय का सशक्तिकरण जारी रखेंगे।”
इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए, माननीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा, “मेकैनिक समुदाय भारत के ऑटोमोटिव सेक्टर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक व्यवस्थित और संगठित तरीके से उनकी प्रतिभा को काम में लाना और कौशल को निखारना उनकी आजीविका के अवसर बढ़ाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, ताकि वे बदलते समय के साथ आत्मविश्वास और क्षमता से ताल-मेल बिठा सकें। कैस्ट्रॉल सुपर मेकैनिक कॉन्टेस्ट जैसे कार्यक्रम मेकैनिकों के प्रोत्साहन, अपस्किलिंग और प्रशिक्षण में लंबे समय तक काम आ सकते हैं, जिससे देश में रोजगार एवं उद्यमशीलता की संभावना बढ़ेगी।”
अपने कौशल, ज्ञान और ऑटोमोबाइल्स के लिये लगन के चलते कालका प्रसाद और किशोर कल्लपा गतादे कैस्ट्रॉल सुपर मेकैनिक कॉन्टेस्ट 2021-22 की क्रमश: कार एवं बाइक कैटेगरीज में विजेता बनकर उभरे हैं। दोनों विजेताओं को एक बाइक, चार सदस्यों के परिवार के लिये दो साल का बीमा कवर और 1 लाख रूपये का चेक या गैराज का मेकओवर पुरस्कार में मिला है। दोनों कैटेगरीज के उपविजेता- मारू मयूर भाई और प्रवेश कुमार रावत को एक बाइक और चार सदस्यों वाले परिवार के लिये एक साल का बीमा कवर मिला है।
कैस्ट्रॉल सुपर मेकैनिक कॉन्टेस्ट 2021-22 की कार कैटेगरी के विजेता मेकैनिक कालका प्रसाद ने कहा: “मैं इतना उत्साहित हूँ कि मेरे पास शब्द नहीं हैं! कैस्ट्रॉल इंडिया ने हमारे मेकैनिक समुदाय के लिये जो किया है और जो यह निरंतर कर रहा है, वह सचमुच काबिलेतारीफ है। इस प्रतियोगिता ने देशभर में अपनी पहचान बनाने में हमारी मदद की है और हमारे पेशे को बड़े पैमाने पर सम्मान दिलाया है। मैंने प्रशिक्षण और कौशल विकास के माध्यम से जो अनुभव, प्रदर्शन और कौशल पाया है, वह सब बहुमूल्य हैं। कैस्ट्रॉल सुपर मेकैनिक पूरे भारत में मेकैनिकों के लंबी अवधि के संवहनीय विकास में सहायता करेगी और सामाजिक उत्थान में भी सहायक होगी। मैंने यहाँ से जो भी सीखा है, उसका इस्तेमाल अपने भविष्य के लिये करने को लेकर मैं उत्सुक हूँ और अपने ज्ञान तथा विशेषज्ञता को साथी मेकैनिकों के साथ साझा करने की आशा करता हूँ।”