देहरादून। संकट में जो साथ था वो विघ्नहर्ता “गणेश” था।
जी हां, उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री और मसूरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक गणेश जोशी ने बीते एक दशक में कुछ ऐसी ही छवि अपने लिए बनाई है और ये छवि उन्होंने नहीं गढ़ी बल्कि जनता उनको अपना “गणेश” यानि “विघ्नहर्ता” खुद मानने लगी है।
आपदा हो, धूप हो या हाड़ कंपाती ठंड। गणेश ने कभी किसी को निराश नहीं किया। दशक भर पहले बदले हुए परिसीमान की परिस्थितियों के अनुसार जब गणेश मसूरी सीट पर आए तो विपक्षी उनको हल्के में लेने के मुगालते में थे (तब के कांग्रेसी दावेदार होई जालू बहुत मजबूत), लेकिन पहले ही चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी समेत उस समय मजबूत निर्दलीय को भी एहसास करा दिया कि भविष्य में उन्हें बहुत मेहनत की जरूरत है।
आज यही हो रहा है। हर तरफ गणेश गणेश का हल्ला है और विरोधी चारों खाने चित।
To be continued…