देहरादून में सिटिंग विधायकों पर भरोसा, कैंट से सविता को टिकट देकर गामा समेत तमाम के दिल तोड़े, चकराता पर रामशरण को मौका पर क्या हिला पाएंगे प्रीतम की चूलें
देहरादून। देहरादून जिले में भाजपा ने ज्यादातर सिटिंग विधायकों पर ही दावं खेला है। हालांकि हरबंश कपूर के निधन से खाली हुई कैंट सीट से पत्नी सविता को दावेदार बनाकर पिछले दो सालों से दावेदारी कर रहे तमाम नेताओं के दिल भी भाजपा ने तोड़ दिये।
वहीं, चकराता सीट पर मधु चौहान को रिपीट नहीं कर रख एक परिवार एक टिकट की नीति को अपनाया है। अलबत्ता राम शरण नौटियाल यहां कितने दमदार साबित होंगे ये भविष्य की गर्त में है लेकिन एक बात तो है कि अपने सुपर स्टार सिंगर बेटे का पिता होने का लाभ निश्चित रूप से रामशरण को मिला है। हालांकि प्रीतम के सामने वो कितना मुकाबला कर पाएंगे ये बड़ा सवाल है।
वहीं, जिले की अन्य सीटों की बात करें तो मसूरी पर गणेश के अलावा भाजपा के पास कोई चॉइस नहीं थी तो राजपुर रोड सीट पर भले खजान दास पर एक्टिव न रहने के आरोप लगे हैं लेकिन हकिकत तो ये है कि यहां भाजपा के पास और कोई बेहतर कैंडिडेट है भी नही।
उमेश काऊ भाजपा में रहकर अपनी लॉयल्टी का सबूत दे चुके हैं जिसका उनको इनाम मिला है। सहदेव के सहसपुर से टिकट पर संसय था लेकिन सीट जीताने का माद्दा भी वही रखते हैं। विकासनगर में मुन्ना हर लिहाज से बेहतर कैंडिडेट है तो धरमपुर से विनोद चमोली ही मुकाबले को बना सकते हैं। ऋषिकेश से प्रेम चंद हैवीवेट हैं। कुल मिलाकर भाजपा ने वर्तमान परिस्थितियों का आंकलन कर उपयुक्त एवं मजबूत कैंडिडेट को मैदान में उतारा है।