देहरादून। अंकिता मर्डर केस की जांच के लिए 24 सितंबर को मुख्यमंत्री के निर्देशों पर गठित हुई एसआईटी टीम लगातार आरोपियों पर शिकंजा कस रही है। वन्तरा रिसोर्ट से लेकर चीला नहर आदि स्थानों पर जाकर एसआईटी साक्ष्य-संकलन का काम कर चुकी है। तीनों आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ जारी है। जबकि इस पूरे मामले में शक के दायरे में आए पटवारी वैभव प्रताप से भी पूछताछ की गई है।
24 सितंबर को अंकिता का शव चीला नहर में बरामद होने वाले दिन ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हत्याकांड की जांच के लिए डीआईजी पी.रेणुका देवी की अगवाई में एसआईटी का गठन किया। इसी दिन घटनास्थल पर पहुँचकर टीम ने जांच शुरू कर दी थी।
26 सितंबर को टीम ने लक्ष्मणझूला थाने पहुँचकर साक्ष्य और दस्तावेज कब्जे में लेने के साथ ही वन्तरा रिसोर्ट में जाकर इलेक्ट्रॉनिक व सीसीटीवी साक्ष्य जुटाए। साथ ही फोरेंसिक साक्ष्य भी जुटाए गए।
इस बीच तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की अर्जी कोर्ट में डाली गई। रिमांड स्वीकृत होने के तत्काल बाद पुलकित समेत दो अन्य आरोपियों को टीम ने अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की। वहीं, इसी दिन अंकिता के दोस्त पुष्प से भी जांच टीम ने पूछताछ की। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त की गई मोटरसायकिल और स्कूटर को भी बरामद कर चुकी है। जांच में यह भी सामने आया कि पुलकित के द्वारा नहर में अंकिता द्वारा उसका फोन फेंके जाने की कहानी में भी झोल है क्यूंकि यह फोन रात को चलता हुआ मिला है। जांच दल का पूरा फोकस इस मोबाइल को बरामद कर सच सामने लाने पर है।
अभी तक हुई जांच में एसआईटी कड़ी दर कड़ी जोड़कर जांच कर रही है। अब जांच टीम का फोकस रिसोर्ट में ठहरने वाले वीआईपी मेहमानों का पता लगाने पर है। इसके लिए एसआईटी साइबर सेल की मदद ले रही है। साइबर सेल रिसोर्ट व घटनास्थल के आसपास सक्रिय मोबाइल नबरों की टावर सेल आईडी लगकार जांच कर रही है। वहीं, पटवारी को भी हिरासत में लेकर जानकारी जुटाई गई है।