Dehradoon. पिछले साल की तरह इस बार भी “उत्तराखंड विरासत” का कार्यक्रम देहरादून में आगामी 5 और 6 नवंबर को आयोजित किया जायेगा। इस बार उत्तराखंड विरासत में पहाड़ी वाद्य यंत्र और लोक कलाकारों के प्रदर्शन के साथ संगीत नाईट भी रखी गयी है। जिसमें पहाड़ के लोक गायक अपनी प्रस्तूति देंगे। साथ ही लोक गायकों का सम्मान भी किया जाएगा।
उत्तराखंड विरासत के आयोजक और चारधाम अस्पताल के एमडी डॉ केपी जोशी ने बताया कि उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ाने और विलुप्त होती वाद यंत्रों की कलाकारी को आगे लाने के लिए उत्तराखंड विरासत का आयोजन देहरादून में किया जा रहा है। कार्यक्रम रेंजर्स मैदान में होगा। कहा कि हमारा मकसद उत्तराखंड के सुदूर गांव कस्बों की प्रतिभाओं को राजधानी में मंच प्रदान करना एवम उनका प्रदर्शन करवाना। ताकि उन्हें रोजगार से जोड़ा जा सके। सरकार के समक्ष बात रखी जायेगी। साथ ही विलुप्त होती पहाड़ी लोकनृत्यों, वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन भी होगा। एवम हस्तकला और ग्राम स्तर पर निर्मित हस्तकला का प्रदर्शन और उनके उत्पादों का विवरण एवं वितरण भी उत्तराखंड विरासत में किया जाएगा। विलुप्त होती उत्तराखंड संगीत की विधाओं, ढोल दमाऊ, रणसिंघा तथा लोक नृत्यों का प्रदर्शन भी कार्यक्रम में होगा। वहीं 5 नवंबर को शाम छह बजे से रात आठ बजे तक उत्तराखंड के प्रसिद्ध गायकों की ओर से एक सुर संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा। जिसमें लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी जी, प्रीतम भरतवाण जी, मीना राणा और संगीत धौंडियाल जी आदि अपनी प्रस्तूति देंगे। वहीं इनका सम्मान भी किया जाएगा।
डॉ जोशी ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी होंगे। इसके लिए उन्हें चिट्ठी भेजी जा चुकी है। उन्होंने अपनी इस कार्यक्रम के लिए अनुमति भी दे दी है। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी जी, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली जी, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ जी राजपुर विधायक खजांदास जी और कैंट विधायक सविता कपूर जी होंगी।
उन्होंने सभी मीडिया कर्मियों इस कार्यक्रम में सहभागी हो कर इसे सफल बनाने की अपील की।
साथ जी कहा कि पिछली बार आपके सहयोग हमने पूरे उत्तराखंड को एक सकारात्मक संदेश देने में सफल रहे थे। इस मुहिम में उधोग विभाग भी हमारे साथ कंधा से कंधा मिलाकर मदद कर रहा है।
धन्यवाद।